उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने हाल ही में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से प्रभावित होने वाले किसानों को निश्चित सहायता पहुंचाने का फैसला किया है। इसके तहत, जिलों को यह निर्देश दिया गया है कि वे खुद से फसलों के नुकसान का मूल्यांकन करें और इससे प्रभावित होने वाले किसानों की सूचि बनाकर उनको सहायता प्रदान की जाये।
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जिन किसानो का नाम इस लिस्ट में आएगा, उन किसानों को कृषि निवेश अनुदान योजना के तहत राज्य आपदा मोचक निधि से सहायता प्राप्त होगी. इस लिस्ट में उन इसनो को सामिल किया जायेगा, जिनकी फसलों को 33 प्रतिशत से अधिक क्षति हुई है।
मुख्य सचिव ने दिए आदेश
प्रदेश में, अपर मुख्य सचिव राजस्व ने पिछले शुक्रवार को सभी जिलाओं को अलग-अलग किसानों के नुकसान का आकलन करने के लिए निर्देशित किया है। उनके अनुसार, कुछ इलाकों में हाल ही में बेमौसम और भारी बरसात, तूफान और ओलावृष्टि के कारण फसलों पर हो रही हानि का संकेत मिला है।
इस परनामे को देखते हुए, जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे सहायता परियोजनाएं चालू करें और प्रभावित क्षेत्र और चयनित क्षेत्रों में सर्वे करें। इस सर्वे के मुताबिक, जिन किसानों की फसलों पर 33 प्रतिशत से अधिक क्षति हुई है, उनकी जानकारी आगे शासन को प्रस्तुत की जाएगी।
अपर मुख्य सचिव राजस्व ने बताया है कि अब इस संबंध में किसानों से जुड़े डेटा को एकत्र करना शुरू किया गया है। इस डाटा को राहत आयुक्त की आधिकारिक वेबसाइट पर समय-समय पर अपलोड किया जाएगा।
इस उपाय से, किसानों को उनकी फसलों की क्षति की जानकारी मिलेगी और फिर उन्हें संबंधित सहायता प्रदान की जाएगी। योगी सरकार की इस पहल से, किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होने की उम्मीद है और उन्हें अधिक समृद्ध बनाने के लिए सहायता और प्रोत्साहन प्राप्त होंगी।